प्रतियोगिता -बोलती कलम
विषय -” जलवायु परिवर्तन, कौन जिम्मेदार ”
जलवायु परिवर्तन, कौन जिम्मेदार ?
इसका पुख़्ता सबूत है हमारा व्यवहार
जिसे हम अक़्सर विकास कहा करते हैं
वही करते हैं हमारे काबिलियत पर प्रहार ।।
हमेशा उपयोग हर एक चीज का उपयोग
क्यों नहीं मानता इंसान प्रकृति से हार
आदतन खड़े हो जाते हम इसके विरुद्ध
फिर करते हैं बचाओ-बचाओ की पुकार ।।
माना अपना है यह धरती अपना है अंबर
फिर बेगानों सा व्यवहार क्यों है अपने अंदर ?
प्रयोग तक तो ठीक है दुरुपयोग क्यों ?
परिणाम तो बताएगा यह प्रकृति भी बारंबार ।।
जलवायु परिवर्तन का हमें जिम्मेदारी ज्ञात नहीं
या नहीं करना चाहते अपनी गलती स्वीकार ?
विकास सही है पर प्रकृति का विनाश कब तक ?
शुद्ध पानी शुद्ध हवा शुद्ध वातावरण का हमें है दरकार ।।
वृक्ष पानी हवा हर एक चीज हमसे ख़फ़ा
अभी भी ना संभल रहे क्या यही है संस्कार ?
पहले सब पूछते थे मौसमों का हाल
अब सोचते हैं कितना करता है यह मौसम तकरार ।।
जिम्मेदारी समझेंगे ग़र जलवायु परिवर्तन का
तभी तो जताएंगे हम इसका आभार
आसान बनाना है अब इस मुश्किल घड़ी को
ना कर मानव आंखें मूंद कर विकास का कारोबार ।।
सुमन लता ✍️
अल्फाज़ -e-सुकून
राउंड -3