विषय _____कलम की धर,,, तलवार से तेज़ कलम की नोक में जबसे ये धार आई है तेज़ धार की तलवार डगमगाई है सलीका हमको बताया हिसाब करने का हमारे हक में जो होने लगी बुराई है तमाम हटने लगे चार साज़ी से पीछे जब अपने हक में हमने कलम उठाई है जब से समझ आई […]
Category: Urdu Shayari
मैं समय से शिकवा नहीं करता
विषय ____मैं समय से शिकवा नहीं करता अच्छा ,उसके दिल को रुसवा नहीं करता ,,,,,,मैं समय से शिकवा नहीं करता रोज़ रो रो कर गुज़ारता है वो राते फिर कहता ,,मै समय से शिकवा नहीं करता बचपन था तो मांगा करता था जवानी और कहता ,,मै समय से शिकवा नहीं करता आई जवानी तो चाहा आ जाए बचपन और कहता,, […]
अजनबी अपने ही घर में
तेरी बातों में आ कर रख दिया है, ले, हमने दिल जला कर रख दिया है। जहाँ पर बे-कली थी, उस जगह पर किसी ने सब्र ला कर रख दिया है। वो तेरा हिज्र है कि जिसने कमरा किताबों से सजा कर रख दिया है। तेरी तस्वीर लगनी थी जहाँ पर, वहाँ शीशा लगा कर […]