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अनहोनी, एक अंदेशा

जब हवा में अजीब सी गंध हो, और समय ठहरा सा लगे, तब मन में उठता है एक प्रश्न, क्या अनहोनी दस्तक दे रही है? पर क्या हर अनहोनी पहले से चेताती? या फिर वह अचानक से आ जाती! निर्दयी, अचंभित कर देने वाली, जैसे बिजली गिरती है साफ़ आसमान पर। वातावरण में सहसा पक्षियों […]